कुछ जीत लिखुं या हार लिखुं , या दिल का सारा प्यार लिखुं
कुछ अपनो के जज्बात लिखुं या सपनों की सौगात लिखुं ..
मै खिलता सूरज आज लिखुं या चेहरा चाँद गुलाब लिखुं ..
वो डूबते सूरज को देखूँ या उगते फूल की सांस लिखुं ..
वो पल मे बीते साल लिखुं या सदिंयॊ लम्बी रात लिखुं ..
सागर सा गहरा हो जाऊं या अंबर का विस्तार लिखुं ..
मै तुमको अपने पास लिखुं या दूरी का ऐहसास लिखुं ..
वो पहली - पहली प्यास लिखुं या निश्छल पहला प्यार लिखुं ..
सावन कि बारिश मेँ भीगूँ या मैं आँखो की बरसात लिखुं ..
कुछ जीत लिखुं या हार लिखुं ..या दिल का सारा प्यार लिखुं ..
May 20, 2008
कुछ जीत लिखुं या हार लिखुं
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment